


मध्य प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में एक बड़ा बदलाव किया गया है। राज्य के 264 स्कूलों को 27 नए सांदीपनि स्कूलों में मर्ज करने का निर्णय लिया गया है। लोक शिक्षण संचालनालय (DPI) ने इन स्कूलों की सूची जारी कर दी है। इससे 25 हज़ार छात्र प्रभावित होंगे। ऐसे छात्रों को उनके पुराने स्कूलों से हटाकर सांदीपनि के निर्धारित स्कूल में दाखिला दिया जाएगा। इस प्रक्रिया में सबसे ज़्यादा प्रभावित होने वाले स्कूल बालाघाट (62) के हैं।
बालाघाट के स्कूल सबसे ज्यादा
लोक शिक्षण संचालनालय (डीपीआई) ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को मर्ज किए जाने वाले स्कूलों की लिस्ट भेजकर प्रक्रिया जल्द पूरी करने के निर्देश दिए हैं। इस मर्ज प्रक्रिया से बालाघाट जिले के स्कूल सबसे ज्यादा असर पड़ रहा है। बालाघाट के 62 स्कूलों को तीन सांदीपनि स्कूलों में मिला दिया जाएगा। डीपीआई के अपर संचालक रवींद्र सिंह ने बताया कि जिन जिलों में सांदीपनि स्कूलों के नए भवन बन चुके हैं, वहां से 5 किलोमीटर के दायरे में स्थित कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को इन संस्थाओं में मर्ज किया जा रहा है।
चेक करें आपका नाम तो नहीं
जिन स्कूलों को मर्ज किया जाएगा उसमें मंदसौर के 36 स्कूल। नीमच के 25, छतरपुर के 23, ग्वालियर के 19, निवाड़ी व बैतूल के 18, सीहोर के 13, मुरैना के 10, उज्जैन के आठ स्कूल मर्जर सूची में शामिल हैं। भोपाल के एक कमला नेहरू सांदीपनि स्कूल में 13 स्कूलों के 1130 बच्चे शिफ्ट होंगे। इसमें कई स्कूल ऐसे हैं जहां पर 10 या 12 बच्चे ही अध्ययनरत थे। वहीं कुछ स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या 120 से 250 तक है। इसके अलावा ये 13 स्कूल कमला नेहरू में मर्ज होंगे।